ख्वाहिशे बहोत है
पर अपनो का साथ ना छूट जाये
ईसलिए दिवार बना ली है
एक अजीब से घुटन की अब आदत हो गयी है
ज्यादा उंंचा उडने की जऋरत नहींं !!!बार बार सुनने के बाद
खुद ही अब पतंंग का मांंझा काट लिया है…
Dreams executing…….
ख्वाहिशे बहोत है
पर अपनो का साथ ना छूट जाये
ईसलिए दिवार बना ली है
एक अजीब से घुटन की अब आदत हो गयी है
ज्यादा उंंचा उडने की जऋरत नहींं !!!बार बार सुनने के बाद
खुद ही अब पतंंग का मांंझा काट लिया है…
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So true and beautiful as always 🙂
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First line itself is complete meaning….jabardast…shandaar
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