ख्वाहिशे

ख्वाहिशे बहोत है

पर अपनो का साथ ना छूट जाये

ईसलिए दिवार बना ली है

एक अजीब से घुटन की अब आदत हो गयी है 

ज्यादा उंंचा उडने की जऋरत नहींं !!!बार बार सुनने के बाद 
खुद ही अब पतंंग का मांंझा काट लिया है…

  


Published by dreamywomanblog

Few words untold

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